सोमवार, 9 मार्च 2009

‘‘होली विशेषांक’’

दोस्तो, होली-विशेषांक के लिए काफी तैयारी करनी पड़ी। दिल में धुकुर-धुकुर मची थी कि सही वक्त पर निकाल पाएंगे या नहीं ! पर अंतत: हम इसमें कामयाब हुए। लीजिए, अब यह आपके हाथों में है। पढ़िए, मज़ा लीजिए और टीपें छोड़िए कि कैसा लगा -
















अनावश्यक निर्देश:-
अगर फांट की दिक्कत हो रही हो तो कीबोर्ड उठाकर सिर में मारिए।


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अनावश्यक निर्देश:-
अगर अभी भी पढ़ने को कुछ मिला हो तो सी।पी.यू. खोलकर उसमें घुस जाईए।


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अंतिम निर्देश:-अगर अभी भी कुछ नहीं मिलता तो समझ लीजिए आपको बु/फु/कुद्धू (तरंग में सही शब्द भूल गया हूं) बनाया गया है।


BURA NA MAANO HOLI HAI!

24 टिप्‍पणियां:

  1. हम भी बु/फु/कुद्धू (तरंग में सही शब्द भूल गया हूं) बन कर खूब आनंदित हुए.
    होली की ढेरों रंग बिरंगी शुभकामनाएं.
    नीरज

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  2. निर्देशों का पालन किया और अब कैफे आना पड़ा टिप्पणी करने...:)

    होली की बहुत बधाई एवं मुबारक़बाद !!!

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  3. उड़न तश्तरी जी, अब पंछी बनो, उड़ते फिरो मस्त गगन मेंऽऽऽऽऽऽ
    आपने कैफे आने की ज़हमत उठाई, बहुत-बहुत आभार, होली बहुत-बहुत मुबारक !

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  4. ये तरीका अच्छा रहा । काफी मेहनत की है आपने दिखाई दे गयी । मस्त माहौल में मनाइये । होली की शुभकामनाएं।

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  5. होली के भांग मे ये गुण है भइया की लोग बहुत कुछ भूल जाते है , आपने तो सिर्फ़ फॉण्ट भूले है ..होली की अबीर आपके गालों पे .........मेरी तरफ़ से लगा लीजिएगा ...शुभकामनाए

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  6. सीपीयू से बाहर कैसे निकलूं वापस :)

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  7. गिनीज बुक मे दिये या नही?????? सबसे छोटे ,बिना पन्नों के " ःऒळॊईशःऎशःआण्ख " के बारे में?????????
    आपको भी "ःऒळी - ंऊभाआख "।

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  8. बाहर निकल कर क्या करना है सिद्धार्थ जी ! बाकी सबको भी वहीं बुला लीजिए। नीशु और सूरज खन्ना जी, आप भी थोड़ा-थोड़ा गुलाल मल लीजिए मेरी तरफ से। लेकिन नाक-कान-आंख वगैरह सभी छेद बंद करके, हां। अर्चना जी गिनीज़ बुक क्यों, हम अपनी देसी बुक बनाने वाले हैं। वैसे पता नहीं आपने क्या पूछा है और मैं पता नहीं क्या जवाब दे रहा हूं ! ####@@@&&&~~~~~!?

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  9. Rang nahi tha Gulshan ji to socha khoon se hi khel lun pr yahan aa ke to eke do do ke char dikhte hain ...kya karun....? Aapne kahin blog me bhang ki goli vaigairah to nahi dal rakhi....?????

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  10. सही और सार्थक चर्चा की है आपने ....काफी मेहनत की है आपने दिखाई दे गयी । होली की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  11. तुसी कुज वी कहो हिकारत फकीर जी, तुआडे आण नाल समां बण जांदा ए। एस करके तुआडी झल्लियां वी मैंन्नू चंगियां लगदीयां ने।

    Ravindra ji kya kareN, bachpan se hi mehnati aadmi haiN. HOLI MUBARAK.

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  12. नया अनुभव सी पी यू के अंदर जाकर... होली की ढेरो शुभकामनाएं।

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  13. ग्रोवर जी , मैने तो सीपीयू मे जाकर लिखा था ।
    पढने के लिये आपके निर्देशों का पालन किजीये ।

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  14. ठीक है अर्चना जी, संशोधित निर्देशों के अनुसार मैंने अपना सिर, आंखों समेत, मानीटर में घुसेड़ दिया है।

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  15. तैयारी के साथ की गयी इस पोस्ट के लिये धन्यवाद ।

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  16. bahut hi badhiya..
    holi ka asali aanand aaya gaya ..
    होली की हार्दिक शुभकामनायें

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  17. लयो जी गुलशन जी असीं फेर आ गए समां बन्णन...! दस्सो कि कि ते कित्थे कित्थे बनिये ...??? होर दस्सो होली खेली ? रंग लगाया ?
    चलो तुहानू होली दियां बहोत बहोत शुभकामनावां...!!

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  18. हिमांशुजी, राजीव तनेजा जी, साहित्यिका जी, हरिकीर्तन जी, आप सबको होली की बीलेटेड बधाईयां। हमने तो जितनी होली खेलनी थी ब्लाॅग पर ही खेल ली। अब वजह मत पूछना दोस्तो । ‘नाम आएगा तुम्हारा ये कहानी फिर सही.....’’ .जैसी कोई बात हो न हो, पर दर्दनाक ज़रुर है जी....
    मयूर जी, आपके ब्लाॅग पर जाकर नवाबों पर टीपे छोड़ दी हैं......

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  19. hi..it is nice to go through your blog... by the way which typing tool are you using...?
    recently..i was searching for the same and found.."quillpad". do you use the same...?

    www.quillpad.in

    keep writing...

    jai Ho..

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  20. बहुत खूब! आजकल ऐसी प्राचीन लिपि लिखने और पढ़ने वाले बचे ही कितने लोग हैं मुझे और आप को मिला कर बस चंद लोग हैं. मजा आ गया!
    होली मुबारक हो आप को.

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  21. होली विशेषांक पसन्द आया
    पर कौनसी लिपि है भाई?

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कहने को बहुत कुछ था अगर कहने पे आते....

देयर वॉज़ अ स्टोर रुम या कि दरवाज़ा-ए-स्टोर रुम....

ख़ुद फंसोगे हमें भी फंसाओगे!

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ढूंढो-ढूंढो रे साजना अपने काम का मलबा.........

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